गरीब एवम जरूरतमंदों की मसीहा संस्था दानपात्र की शुरुआत अब बिहार में भी 

न्यूज4बिहार: बिहार के गया जिले के कचनपुर गांव में दानपात्र की शुरुवात की गई, वहा 7 सदस्य मिलकर इन सभी बच्चों को शिक्षा दे रहे है, सतेंद्र कुमार जी , दीपक कुमार जी, प्रवीण कुमार जी , अविमान्यु कुमार जी , धर्मेंद्र कुमार जी, अमन कुमार जी , सुधांशु सत्या जी द्वारा बिहार में दानपात्र की शुरुआत कर बच्चों के लिए निःशुल्क शिक्षा अभियान के तहत उनके भविष्य को संवारने के लिए कार्य किया जा रहा है।

दानपात्र की निःशुल्क पाठशाला से कल तक जो बच्चे भीख मांगते थे ,कचरा बिनते थे आज अ..आ..इ..ई सीख रहे, डॉक्टर-इंजीनियर बन करेंगे लोगों की सेवा ,ये “दानपात्र की पाठशाला” बेहद खास है। क्योंकि यहाँ वो बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं जिन्होंने पढ़ने की उम्मीद छोड़ दी थी। यहाँ पढ़ाने वाले शिक्षक इसलिए ख़ास हैं क्योंकि वो कोई मानदेय नहीं लेते। “दानपात्र” की पाठशाला के माध्यम से गरीब बच्चों को निःशुल्क शिक्षा दी जा रही है साथ ही बच्चों को कपड़े , राशन , किताबें एवं अन्य सामान देकर इनकी मदद की जा रही है जिससे यह बच्चे सड़कों पर भीख न मांगे और पढ़ लिखकर आगे बढ़ सके यह पाठशाला शहर के अलग अलग क्षेत्रों में लगाई जा रही है

“दानपात्र” की निःशुल्क पाठशाला में कुछ ही महीनों में करीबन 500 से अधिक बच्चे व महिलाएं शिक्षा प्राप्त कर रहे है कभी बाल मजदूरी करने, कूड़ा-करकट बीनने और भीख मांगने वाले बच्चों के हाथों में आज कॉपी और कलम है। आज वे सपने देख रहे हैं, अपने हौसलों को बुंलद कर रहे हैं।

कुछ ही दिनों में टीम की कड़ी मेहनत से जिन्होंने कभी अ ना रा म भी नही पढ़ा वह बच्चे व महिलाएं अपना नाम लिखना सीख गए है इसमें कई स्कूल व कॉलेज भी बढ़ चढ़कर सहयोग दे रहे है स्कूल के स्टूडेंट्स वॉलंटियर के रूप में जुड़ रहे है वही स्कूलों द्वारा पढ़ाने के लिए जगह देकर इस नेक काम में सहयोग दिया जा रहा है जो महिलाएं आर्थिक परिस्थितियों के चलते पढ़ लिख नहीं पाई वह अब इस पाढशाला के माध्यम से पढ़ लिखकर अपने अधूरे सपनों को पूरा कर रही है इस पाठशाला की अनोखी बात यह है की ये सिर्फ विषय ही नहीं पढ़ाते बल्कि विभिन्न तरह की रोचक गतिविधियाँ भी कराते हैं। यहाँ पढ़ रहे बच्चों को कबाड़ से जुगाड़, गुड टच-बैड टच, जूडो-कराटे, संविधान की बेसिक जानकारी, म्यूजिक, पेंटिंग, डांस जैसी कई चीजें सिखाई जाती हैं। सोमवार से गुरुवार तक इन्हें विषय पढ़ाये जाते शुक्रवार और शनिवार को तमाम तरह की गतिविधियां कराई जाती हैं। यहाँ बच्चों को खेल-खेल में रोचक तरीके से पढ़ाया जाता है जिससे उनका रोज पढ़ने आने का मन करे।”

यहाँ पढ़ रहे कई बच्चे जो कल तक या तो बाल मजदूरी करते थे या फिर कूड़ा बीनते थे, तो कई भीख भी मांगते थे। लेकिन आज ये सब कुछ छोड़कर पढ़ाई कर रहे हैं। अपने भविष्य की नींव मजबूत कर रहे हैं, बदलाव की एक नई कहानी गढ़ रहे हैं।

क्योंकि ये बच्चे बेहद गरीब परिवारों के हैं। इनके माता-पिता दिहाड़ी मजदूरी करते हैं या फिर फेरी लगाते हैं। इनमे से कई परिवार पहले कूड़ा-कचरा बीनते थे तो कई भीख मांगकर परिवार का भरण-पोषण करते थे। लेकिन संस्था “दानपात्र” की मदद से अब ये परिवार भीख मांगने का काम छोड़कर कुछ न कुछ रोजगार कर रहे हैं। अब ये परिवार न तो अपने बच्चों को मजदूरी पर ले जाते और न ही घर की जिम्मेदारी सम्भालने का बोझ डालते है ।

 

“दानपात्र” क्या है कैसे हुई इसकी शुरुआत ?

संस्था “दानपात्र” एक ऑनलाइन निःशुल्क ऐप के माध्यम से कार्य करती है जिसकी मदद से घरों में उपयोग में न आ रहे सामान जैसे कपड़े ,खिलोने ,किताबें ,जूते ,बर्तन इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स , फर्नीचर एवं अन्य सामान को कलेक्ट कर उपयोग लायक बना जरूरतमंद परिवारों तक पहुँचाया जाता है पिछले 4 वर्षों में दानपात्र के माध्यम से लगभग 15 लाख से ज्यादा जरूरतमंद परिवारों तक मदद पहुंचाई जा चुकी है एवं लगभग 1.5 लाख से ज्यादा इंदौरवासी दानपात्र से जुड़ चुके है दानपात्र से 7 हजार से ज्यादा वालंटियर्स जुड़े हुए है जो अपना समय देकर सहयोग करते है

“दानपात्र” के माध्यम से कोई भी व्यक्ति घर बैठे सिर्फ एक फ़ोन कॉल पर या “दानपात्र” ऐप में रिक्वेस्ट डालने पर सामान डोनेट कर सकता है “दानपात्र” टीम द्वारा इस सामान को कलेक्ट कर उपयोग लायक बना जरूरतमंद परिवारों तक पहुँचाया जाता है “दानपात्र” देने वाले और लेने वालों के बिच सेतु बनकर दोनों की ही मदद कर रहा है इसकी शुरुआत इंदौर से हुई थी और आज यह देश के कई शहरों में काम कर रही है संस्था दानपात्र का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड , 2 बार इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के साथ साथ कई रिकॉर्ड्स में दर्ज किया जा चुका है।

आप ऐसे जुड़ सकते हैं दानपात्र से

आप “दानपात्र” के हेल्पलाइन नंबर 6263362660 ,7828383066 पर संपर्क कर दानपात्र से जुड़ सकते है।

इंदौर के साथ साथ मथुरा , बिहार , उज्जैन , भोपाल , सूरत , जबलपुर , गंधवानी एवं कई अन्य शहरों में भी दानपात्र के माध्यम से किया जा रहा सेवा कार्य इंदौर के साथ साथ देश के कई अन्य शहरों में दानपात्र के माध्यम से सेवा कार्य कर लोगों की मदद की जा रही है जल्द ही पूरे भारत के साथ साथ अन्य देशों में भी शुरू किया जाने वाला है दानपात्र

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