न्यूज4बिहार: झारखंड में दुमका की 17 साल की अंकिता सिंह की कॉलोनी के ही एक युवक शाहरुख हुसैन ने ली जान। 23 अगस्त को शाहरुख ने घर में सोते समय खिड़की से पेट्रोल डालकर उसे आग में झोंक दिया। 5 दिन बाद रविवार को रांची के रिम्स में इलाज के दौरान अंकिता की मौत हो गई ।सोमवार को उसका अंतिम संस्कार हुआ। बताया जाता है कि अंकिता आईपीएस अफसर बनना चाहती थी उसकी मौत के बाद दुमका में आक्रोश है।
वही अंकिता के पिता संजीत सिंह ने बताया कि शाहरुख 2 वर्षों से परेशान कर रहा था शाहरुख की छवि मोहल्ले में एक आवारा किस्म के लड़के की थी वह मोहल्ले की लड़कियों को अक्सर परेशान किया करता था इधर अंकिता ने मौत से पहले दिए बयान में कहा था जब भी मैं स्कूल जाती हूं वह मेरा पीछा किया करता था। 22 अगस्त की रात उसने मुझे धमकी दी थी कि अगर मैं उसकी बात नहीं मानूंगी तो वह मुझे मारेगा मैंने पापा को यह बात बताई तो उन्होंने कहा कि सुबह इस मामले का हल निकाला जाएगा लेकिन इससे पहले 23 अगस्त की सुबह शाहरुख ने पेट्रोल छिड़ककर मुझे जला डाला।
पुलिस कस्टडी में हंसता दिखा आरोपी।
पुलिस कस्टडी में आरोपी शाहरुख खान सस्ता हुआ दिखाई दिया उसे अपने किए पर कोई पछतावा या मलाल नहीं था पुलिस ने 23 अगस्त को ही उसे गिरफ्तार कर लिया था। वहीं पुलिस ने सोमवार को आरोपी शाहरुख को पेट्रोल देने वाले उसके साथ ही छोटू खान को भी गिरफ्तार कर लिया है।