न्यूज4बिहार/बगहा: बिहार के वाल्मिकी टाइगर रिजर्व में बाघ और तेंदुए की मौत के बाद हड़कंप मच गया है बाघों के आशियाना में दो बड़े जानवरों की मौत की खबर ने वन विभाग की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा किया है । आश्चर्य की बात तो यह बाघ के मरने की खबर वन विभाग के कर्मचारियों को 4 दिन बाद लगी।900 वर्ग किलोमीटर में फैले वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में तेंदुआ के साथ बाघ की मौत की खबर ने सनसनी मचा दी है । जंगल से सटे रिहायशी इलाके में बाघ और तेंदुए के शव को वन विभाग ने बरामद कर लिया है । बाघ का शव रमपुरवा गांव से दूर गन्ने के खेत मे मिला तो तेंदुआ थोड़ी दूर स्थित धनैया रेता में मृत मिला। पोस्टमार्टम के बाद मौत के असली कारणों की जानकारी वन विभाग साझा करेगा लेकिन फिलहाल मौत का कारण जानवरों के शिकार के लिए शिकारियों द्वारा लाया गया। हाई वोल्टेज करंट को मौत का कारण बताया गया है । करंट लगने से ही एक ही इलाके में एक तरफ तेंदुआ तो दूसरी तरफ जंगल का राजा कहे जाने वाला बाघ तड़प तड़प कर मौत को गले लगा लिया। बाघ की मौत के बाद वन विभाग की कार्यशैली पर सवाल तो खड़ा जरूर हुआ है वही जंगल से सटे रिहायशी इलाकों में जानवरों के शिकार का भी बड़ा खुलासा हुआ है।
