जीने का मकसद ही होता हैं रक्तदान
सारण:- कुछ वैसे भी इंसान होते है जिसकी तुलना दूसरे से नही की जा सकती हैं क्योंकि हर इंसान भिन्न-भिन्न तरह के होते है जबकिं कुछ अतुलनीय भी होते हैं. जी हां हम बात कर रहे है एक ऐसे नेकदिल इंसान की जिसका नाम हैं शशि उर्फ़ सावन हैं। जो सारण के ग़रीब, लाचार व असहायों के लिए मसीहा के रूप में अपनी पहचान बना कर निःस्वार्थ भाव से इंसानियत का नमूना पेश कर रहे है।जिस तरह से गरीब किसानों के लिए भगवान इन्द्र अपनी कृपा मात्र से खेतों में हरियाली ला देते हैं ठीक उसी तरह से छपरा के सावन ने न जानें कितने लोगों की जान अपनी लाल रक्त के माध्यम से बचाई होगी। खून की कमी होने के कारण जब लोग परेशान हो जाते है तब यही शशि उर्फ़ सावन अपने स्तर से व्यवस्था कर खून की कमी को पूरा करते है हालांकि रक्त की कमी को पुरा करने में सैकड़ों लोग थक हार जाते हैं तब यही सावन बेसहारा लोगों के लिए मसीहा के रूप खड़े होते है और रक्तदान कर जान बचाते है।
इलाजरत लोगों को रक्त की कमी को पूरा करने के लिए शशि के द्वारा शहर के साथियों को जागरूक कर अभी तक लगभग 300 से ज्यादे जागरूक कर करीबियों के माध्यम से रक्तदान करवा चुके है।दोस्तों के साथ मिलकर ” hey chapra ” नाम से बनाई गई हैं पेज पेशे से पत्रकार और होटल मैनेजमेट की भी डिग्री वाले शशि ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर वर्ष 2019 में इंस्टाग्राम पेज ” hey chapra ” की शुरुआत की थी, जो अब किसी परिचय का मोहताज नहीं है।सावन की तरह आकर लोगों की सहायता करना ही इनका मुख्य लक्ष्य हो गया हैं और इनके द्वारा स्थापित इंस्टाग्राम ” hey chapra ” के माध्यम से कई लोगों को जान बचाई जा चुकी हैं। अपातकालीन स्थिति में रेयर बल्ड ग्रुप की व्यवस्था जब नहीं हो जाती है तब इनके फेसबुक अपडेट से कई रेयर ग्रुप के डोनर अपना खून देने अस्पताल पहुंच जाते हैं।
हे छपरा पेज से मिलती हैं जानकारीशशि के इंस्टाग्राम पेज ” hey chapra ” प्रोफाइल को चेक करेंगे तो आपको सिर्फ आने वाले दिनों में होने वाले ब्लड डोनेशन कैंपों की जानकारी भी मिलेगी। इनका यह इंस्टाग्राम एकांउट बड़े काम का है। केवल पोस्ट के माध्यम से ही कई युवा अंजान लोगों को ब्लड देने के लिए किसी भी वक्त रक्तदान करने के लिए पहुंच जाते हैं। जितने लोगों को एक साथ इंस्टाग्राम के माध्यम से जानकारी मिल जाती है, उतना एक बार में किसी और तरीके से देना मुश्किल ही नही बल्कि नामुमकिन सा लगता है।रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं छपरा के ” hey chapra ” पेज के माध्यम से कुछ ऐसे ही रक्तवीरों की फौज यहां खड़ी हो रही है, जो लगातार जरुरतमंदों की जिंदगी बचाने में आगे आ रहे हैं।
छपरा ही नहीं बल्कि आसपास के कई राज्यों व ज़िले के लोग भी इस फौज में अपना नाम दर्ज करा रहे हैं। इस फौज में युवाओं की कई टोली काम कर रही है। सरकारी अस्पतालों के साथ ही निजी नर्सिंग होम में खून के लिए जिंदगी व मौत से जूझ रहे लोगों की जानकारी मिलते ही मरीजों के पास पहुंच कर रक्तदान कर रहे हैं।सोशल साईट्स के माध्यम से रक्तदान को लेकर किया जा रहा है जागरूकरक्तदान करने से पहले मरीज़ के परिजनों को रक्तदान करने के लिए प्रेरित भी करते हैं लेकिन जब परिजन रक्तदान करने में अपनी असमर्थता ब्यक्त करते हैं तब अपने द्वारा रक्तदान करते हैं।
साथ ही कई सोशल साईट्स पर भी रक्तदान को लेकर अभियान भी चलाया जा रहा है। जिससे प्रेरित हो कई लोग रक्तदान अभियान से जुड़ रहे हैं। खासकर इस अभियान से जुड़ने वाले युवाओं की तादाद सबसे ज्यादे है। पेज के माध्यम से जुड़ने व रक्तदान करने वाले रक्तदाताओं की डायरी/सूची भी बनाई जा रही है।जिससे आवश्यकता पड़ने पर पंजीकृत लोगों से संपर्क स्थापित किया जाता है।आइये जानते है रक्तदान से क्या-क्या लाभ होते है
• शरीर में रक्त फिल्टर होते रहता है।
• ब्लड कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में रहता है.
•नियमित रक्तदान करने वालों के शरीर में रक्त तेजी से बनता है। •इसका कोई विकल्प नहीं, रक्तदान से किसी का जीवन बचाया जा सकता है।