बिहार की शिक्षा व्यवस्था को ठीक करने के लिए हर प्रखंड में प्रत्येक साल एक विश्वस्तरीय विद्यालय खोला जाना चाहिए: प्रशांत किशोर।

News4Bihar- जन सुराज पदयात्रा के दौरान वैशाली के भगवानपुर प्रखंड में मीडिया संवाद के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि प्रखंड स्तर पर यदि साल में एक विश्वस्तरीय स्कूल बनाना भी शुरू करें तो करीब 15 हजार करोड़ रुपया खर्च करके ये काम किया जा सकता है। जन सुराज की सोच है कि अगले 5 साल में हर साल 1 विश्वस्तरीय स्कूल बनाया जाए। विश्वस्तरीय स्कूल, नेतरहाट जैसे सरकारी स्कूल जो बिहार झारखंड के अलग होने से पहले संचालित होते थे। ऐसे स्कूलों को बनाने का खर्चा आ रहा है करीब 15 हजार करोड़ रुपये और बिहार का शिक्षा बजट है 40 से 45 हजार करोड़। अगर एक तिहाई शिक्षा बजट नई शिक्षा व्यवस्था को खड़ा करने में लगाए जाए और दो तिहाई से अभी की शिक्षा व्यवस्था को चलाया, तो हर साल आप 500-500 स्कूल बनाते चले जाएंगे तो 5 सालों में 2500 विश्वस्तरीय स्कूल बिहार में खुल जाएंगे। अगर नीतीश कुमार में हर प्रखंड में प्रत्येक साल एक विश्वस्तरीय विद्यालय खोल होता तो 17 सालों में 8 हजार स्कूल खुल गए होते जो बिहार की शिक्षा व्यवस्था की स्थिति सुधार गई होती।

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