स्वतन्त्रता सेनानी यमुना बाबू की 118 वी जयंती मनाई गई।

अमनौर(सारण)प्रखण्ड के धरहरा कला पंचायत भवन परिसर में स्वतंत्रता सेनानी पूर्व मुखिया व पूर्व बिधायक यमुना प्रसाद सिंह की 118वी जयंती मनाई गई।कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्राचार्य ब्रह्मानन्द पाण्डेय व मंच संचालन पूर्व प्राचार्य अम्बिका राय ने किया।इस मौके पर आए अतिथियो ने यमुना प्रसाद सिंह के आदम कद पर बारी बारी से माला पहनाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।सभी इनके ब्यक्तित्व कृतित्व पर प्रकाश डाला।प्रो रंजीत कुमार,पूर्व प्राचार्य अम्बिका राय मुखिया पति दिलीप सिंह ने कहा कि 1926 के दौरान जब कम लोग पढ़े लिखे होते थे उस समय यमुना बाबू कोलकाता विश्व बिद्यालय से एक साथ एलएलबी व एमए की परीक्षामें उतीर्ण हुए थे।भारत छोड़ो व नमक आंदोलन में हिस्सा लेकर देश की स्वतंत्रता के लिए जेल गए।स्वतन्त्रता के बाद मुखिया,बिधायक ,आजीवन विधानपरिषद के सदस्य रहकर जनता की सेवा किया।इनका पुत्र बिजय अवधेश सिंह देश के प्रतिष्टित बैज्ञानिक बने।इस मौके पर प्रो पप्पू कुमार,प्राचार्य उषा कुमारी,शिक्षक नवीन पूरी शिक्षक नरेंद्र शर्मा,स्वेता कुमारी,रामेश्वर सिंह,जय प्रकाश कुमार सिंह,देवेंद्र त्रिवेदी,सत्येंद्र कुमार सिंह,बसंत सिंह समेत दो दर्जन से अधिक जन प्रतिनिधि शिक्षक बुद्धिजीवी उपस्थित थे।

रिपोर्ट : आनंद कुमार राय।

 

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