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बिहार सरकार पर जमकर बरसे मौनी बाबा,कही ये बाते

साधु संतों के लिए सरकार करें व्यवस्था -मौनी बाबा।

न्यूज4बिहार/सोनपुर:विश्व के सबसे प्रसिद्ध 32 दिनों तक चलने वाले हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला जो सदियों से चली आ रही साधु संत महात्माओं को सुविधा उपलब्ध कराते आ रहे यह सुविधा दिलाने में अब धीरे -धीरे विलुप्त के कगार पर पहुँच गया है । सोनपुर मेले में विभिन्न राज्यों से हजारो साधु -संत महात्माओ को कोई व्यवस्था नहीं रहने के कारण साधु संत महात्मा ऋषि मुनियो को मेले अवधि में व्यवस्था पूर्ण नहीं रहने के कारण वह आने से कतराते हैं या वे आने के लिए ललक रहते हुए भी नहीं आ रहे हैं क्योंकि उन्हें सुख सुविधाओं की आभाव होती है।

बता दें कि इस मेले में देश के विभिन्न भागों से कभी हजारों की संख्या में साधु संत महात्मा ऋषि मुनि आया करते थे इनकी संख्या तथा मेला के प्रति भक्ति भावना को देखते हुए जिस क्षेत्र में इनका अलग जगता था उस क्षेत्र का नामांकरण साधु गाछी कर दिया गया था तब से साधु गाछी का अपना एक अलग अस्तित्व कायम हो चुका था लेकिन शनै -शनै बढ़ती आबादी के कारण साधु गाछी का अस्तित्व विलुप्त होते जा रहा है। परिणाम स्वरूप साधुओं को सोनपुर मेला में आने की ललक रखने के बावजूद भी वह नहीं आ पाते हैं चुकी सुरक्षित साधु गाछी अपूर्णता और सुरक्षित के आग में जल रहा है । विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला में लाखों लोग यहां आकर इन साधु संत महात्माओं की भक्ति भावना को देखकर लोगों को भक्ति के प्रति ललक समाहित होती थी अब इस कलयुग में साधु संतों की मेला में कम संख्या में आने से भक्ति का रस वादन के लिए श्रद्धालु लालायित रहते हैं । समय के अनुसार भक्ति का रस में हर मानव को ढलने की जरूरत है जिस तरह से आए दिन कलयुग का प्रभाव उसके माथे पर चढ़कर कई तरह के अनैतिक कार्य कर रहे हैं । ऐसे में साधु-संतों की द्वारा धर्म के प्रति आस्था बढ़ाने के लिए सोनपुर मेले में साधु संत ऋषि महात्माओं को आना अति आवश्यक है । लोक सेवा आश्रम के महंत मौनी बाबा ने बताया कि बिहार सरकार जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग के द्वारा साधु संतों की कोई सुख सुविधा उपलब्ध नहीं कराते हैं जिसके कारण साधु संतों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। दूर-दूर से आए साधु संतों ने मजबूरन सोनपुर मेला आने का कष्ट सह कर भी संगम स्नान करना पड़ता है । उन्होंने कहा कि साधु संतों की व्यवस्था बिहार सरकार ,जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग द्वारा इनके लिए रहने की व्यवस्था , पानी की व्यवस्था, शौचालय की व्यवस्था के अलावा बिजली की व्यवस्था,सुरक्षा की व्यवस्था करना अति आवश्यक है ।

मौनी बाबा ने बिहार सरकार एवं संबंधित अधिकारियों से मांग किया है कि मुगल काल से आ रही परंपरा को बरकरार रखने के लिए साधु गाछी का जो पहले से सुविधाओं उपलब्ध था वह रूप प्रदान किया जाए । साधुओं के लिए गंगा किनारे सुरक्षित स्थान पर सब सुविधाएं मुहैया कराया जाए ताकि सोनपुर मेला में आने वाले हर साधु- संत महात्माओं प्रसन्न चित्त होकर यहां से जाए । भारत ऋषि-मुनियों एवं धर्मावलंबियों की धरती है इसे बरकरार रखना हर मानव धर्म का परम कर्तव्य बनता है ।

न्यूज4बिहार के लिए ब्यूरो रिपोर्ट सारण।

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