न्यूज4बिहार:मढ़ौरा नगर पंचायत मढौरा में एक बार फिर बिना डंपिंग जोन को चिन्हित किए ही नियमो के खिलाफ जाकर नगर के साफ सफाई का टेंडर कर दिया है। इधर एमएलसी सच्चिदानंद राय के प्रतिनिधि रोहित भारद्वाज ने इस गलत टेंडर को रद्द करने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री सहित अन्य अधिकारियों से शिकायत की है। जिसके आलोक में सीएमओ ने छपरा डीएम को जांच का निर्देश दिया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिस एनआईटी के तहत इस सफाई कार्य का टेंडर नगर पंचायत के द्वारा किया गया है। वह पूरी तरह से त्रुटिपूर्ण है। इस टेंडर में नगर प्रशासन ने एक वितीय वर्ष में 5 करोड़ टर्न ओवर रखने वाले संवेदकों के ही हिस्सा लेने की शर्त रखी है जबकि यहा पूरे नगर के 16 वार्डो का 11 माह मे भुगतान करीब 1 करोड़ 43 लाख ही है। इतना ही नही छपरा नगर निगम में 45 वार्ड है जिसमे संवेदक से 5 करोड़ का टर्न ओवर मंगा गया है जबकि मढौरा नगर के 16 वार्डो के लिए 5 करोड़ टर्न ओवर और पांच नगर निकायों में कार्य करने का अनुभव प्रमाण पत्र की मांग नगर प्रशासन की गलत मंशा को दर्शाता है। इतना ही नहीं इस टेंडर में नगर प्रशासन ने स्पष्ट रूप से लिखा है कि डोर टू डोर सभी घर और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों का सूखा व गीला कचरा उठाव कर चिन्हित डंपिंग जोन में गाड़ी से फेकना है जिसके लिए टेंडर में गाड़ी किराया का भी प्रावधान है किंतु उस टेंडर में यह बात कहीं भी नहीं दर्शाया गया है कि नगर पंचायत के सभी 16 वार्डों में कितने व्यवसायिक प्रतिष्ठान हैं और कितने सामान्य घर हैं और नगर का कचड़ा किस चिन्हित स्थल पर फेकना है ताकि संवेदक उसके हिसाब से अपना रेट कोट कर सके। ऐसे में बिना कचड़ा डंपिंग जोन को चिन्हित किये ही बेवजह की शर्तों के साथ किसी खास संवेदक को लाभ पहुचाने की नीयत से साफ सफाई का टेंडर किया जाना पूरी तरह से नियम के विरुद्ध लगता हैं।
मढ़ौरा से नंदू कुमार कि रिपोर्ट ।