भगवानपुर हाट /हाशमी फाउंडेशन के अध्यक्ष सह युवा सामाजिक कार्यकर्त्ता कैफ हाशमी ने कहा की ईद उल अजहा यानि बकरीद हजरत इब्राहिम की कुर्बानी की याद में ही मनाया जाता है कुर्बानी का मकसद त्याग और बलिदान का जज्बा पैदा करना है गलत रास्तों को छोड़ कर नेकियों के रास्ते पर चलना है हर बुराई को छोड़ कर अदल और इंसाफ के लिए त्याग और बलिदान के रास्ते पर चलना है इस खुशी के मौके पर रिश्तेदारों,दोस्तों और गरीब असहाय लोगों को जरूर शामिल करना चाहिए | कैफ हाशमी ने कहा की इस बार भी बकरीद सादगी से ही मनाने की तैयारी है
कैफ हाशमी ने अपने संदेश में कहा कि यह त्योहार आपसी सौहार्द और भाईचारे का पैगाम भी अपने साथ लाया है साथ ही साथ बिहार सरकार और जिला प्रसासन कि नियमों का पालन करने कि गुजारिश कि और कहा कि किसी भी देश व वहाँ की जनता की तरक्की और उन्नति के लिए जरुरी है की पुरे समाज के लोगों के अंदर त्याग और बलिदान का पूरा जज्बा मौजूद रहे हमारा देश भी हमारे पूर्वजों द्वारा दिए गए त्याग और बलिदान के नतीजे में आज इस मुकाम पर खड़ा हुआ है जिस पर हम गर्व करते है ताकि हम हर समाज के लोग एकता अखण्डता की मिसाल कायम कर देश के लिए तरक्की और उन्नति का हिस्सा बन सकें |